रांची: झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) को आखिरकार अपना नया अध्यक्ष मिल गया है। झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एल खियांग्ते को इस महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राज्य सरकार की सिफारिश के बाद राजभवन ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की अटकी हुई प्रक्रियाओं के जल्द सुचारू होने की उम्मीद है।
एल खियांग्ते: एक अनुभवी प्रशासनिक अधिकारी
मूल रूप से मिजोरम के रहने वाले एल खियांग्ते 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने इतिहास में स्नातक करने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) जॉइन की थी। एकीकृत बिहार में वे बक्सर के जिलाधिकारी रह चुके हैं और झारखंड कैडर आवंटित होने के बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं।
- वे आदिवासी कल्याण विभाग में आयुक्त और सचिव रह चुके हैं।
- भवन निर्माण विभाग में भी उन्होंने बतौर सचिव काम किया।
- JPSC में परीक्षा नियंत्रक के रूप में काम करने का भी उनके पास अनुभव है।
छह महीने से खाली था अध्यक्ष पद, नियुक्तियों पर था असर
JPSC अध्यक्ष का पद पिछले छह महीनों से खाली था, जिससे कई महत्वपूर्ण नियुक्ति प्रक्रियाएँ रुकी हुई थीं। प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थी लगातार आंदोलन कर रहे थे, और विपक्ष सरकार पर हमलावर था। यहां तक कि विधायक जयराम महतो ने भी सदन में यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया था।
अब एल खियांग्ते की नियुक्ति के बाद, JPSC जल्द ही एक नया परीक्षा कैलेंडर जारी करेगा, जिससे परीक्षाओं और नियुक्तियों में तेजी आएगी। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए यह एक राहत भरी खबर है।
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