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झारखंड में कंबल आपूर्ति पर सवाल: सरयू राय ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र


रांची। झारखंड में वितरित किए जा रहे कंबलों की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जदयू विधायक सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है। सरयू राय ने आरोप लगाया है कि कंबल आपूर्ति में निविदा शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे उनकी गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं।

आपूर्ति में अनियमितता का आरोप

सरयू राय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए राज्य के 24 जिलों में कुल 9,20,245 कंबल की आपूर्ति का आदेश हरियाणा की ओम शक्ति टेक्सटाइल्स और धनबाद की बिहारी लाल चौधरी ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है।

गुणवत्ता मानकों का उल्लंघन

उन्होंने पत्र में कहा कि कंबल पावरलूम से बनाए गए हैं जबकि निविदा में हैंडलूम द्वारा निर्मित कंबलों की मांग की गई थी। इसके अलावा, निविदा के अनुसार कंबलों में 70% ऊन और 30% सिंथेटिक धागा होना चाहिए था। लेकिन शिकायतें मिली हैं कि अधिकांश कंबलों में ऊन की मात्रा केवल 35-40% है।

धागे और वजन में भी गड़बड़ी

राय ने बताया कि कंबलों में नए पालिएस्टर धागे का उपयोग होना चाहिए था, लेकिन इनमें पुराने कपड़ों का धागा लगाया गया है। साथ ही, धुलाई के बाद कंबल का वजन न्यूनतम दो किलोग्राम होना चाहिए, जो कि नहीं हो रहा है।

10% कंबल ही गुणवत्ता के अनुरूप

उन्होंने आरोप लगाया कि आपूर्तिकर्ताओं ने केवल 10% कंबल ही निविदा शर्तों के अनुरूप दिए हैं। बाकी 90% कंबल शर्तों के खिलाफ हैं। जांच प्रक्रिया में गड़बड़ी से बचने के लिए इन्हीं 10% कंबलों को नमूने के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।

गुणवत्ता सुधार पर खर्च बढ़ा, फिर भी समझौता

सरयू राय ने बताया कि इस वर्ष कंबल का मूल्य पिछले वर्ष की तुलना में 75-100 रुपये अधिक रखा गया है। इसके बावजूद गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है।

सरकार से हस्तक्षेप की मांग

सरयू राय ने मुख्यमंत्री से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उनके अनुसार, यह मामला न केवल वित्तीय अनियमितता का है, बल्कि जनता के विश्वास को ठेस पहुंचाने वाला भी है।

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