सागर जिले के पूर्व भाजपा विधायक हरवंश सिंह राठौर के घर छापेमारी के दौरान करोड़ों की नकदी, सोना-चांदी के जेवरात के साथ मगरमच्छ भी बरामद हुए। राठौर और उनके कारोबारी सहयोगी पर टैक्स चोरी का आरोप है।
मध्य प्रदेश के सागर जिले में भाजपा के पूर्व विधायक हरवंश सिंह राठौर के आवास पर आयकर विभाग द्वारा छापेमारी के दौरान अधिकारियों को उनके परिसर में एक तालाब में मगरमच्छ मिले। वन विभाग ने उन्हें रेस्क्यू कर लिया।
छापेमारी का कारण
यह कार्रवाई उनके बिजनेस पार्टनर राजेश केसरवानी द्वारा संचालित बीड़ी और निर्माण व्यवसाय में टैक्स चोरी की शिकायत पर की गई थी। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पूर्व पार्षद और ठेकेदार केसरवानी पर बड़े पैमाने पर कर चोरी का आरोप है।
हरवंश सिंह राठौर, जो 2013-2018 तक बंडा विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं, क्षेत्र के बड़े नेता माने जाते हैं। 2018 में चुनाव हारने के बाद उन्हें 2023 में पार्टी से टिकट नहीं मिला।
छापेमारी में मिली संपत्ति और मगरमच्छ
शुक्रवार, 10 जनवरी को छापेमारी के दौरान आयकर अधिकारियों को उनके घर में एक तालाब में मगरमच्छ मिले, जिसे वन विभाग के अधिकारियों ने रेस्क्यू किया। वन विभाग के प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने बताया कि मगरमच्छों को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत सुरक्षित किया गया है।
बरामद संपत्ति का ब्यौरा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, छापेमारी में:
- 14 किलो सोना (जिसमें से 9.8 किलो जब्त किया गया)
- 3.80 करोड़ रुपये नकद
- लग्जरी गाड़ियां
- लगभग 150 करोड़ की टैक्स चोरी के दस्तावेज जब्त किए गए।
राठौर के घर में एक निजी चिड़ियाघर भी है, जिसमें मगरमच्छ, हिरण, चीतल और पक्षियों की कई प्रजातियां पाई गईं।
अधिकारियों की कार्रवाई
मगरमच्छों को रेस्क्यू करने के बाद वन विभाग ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। हालांकि, बरामद मगरमच्छों की संख्या और परिसर के मालिक पर वन विभाग की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई।
राठौर के परिवार और व्यवसाय पर प्रभाव
राठौर के परिवार के अन्य सदस्यों और उनके सहयोगियों के परिसरों से भी बड़ी मात्रा में नकदी और सोना बरामद हुआ। खबरों के अनुसार, राठौर के निर्माण व्यवसाय से जुड़े दस्तावेज भी कर चोरी के सबूत के रूप में मिले हैं।
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