ad

ad

पलामू एसपी के पक्ष में अविनाश वर्मा का बयान।



कांग्रेस बताए — पूरे राज्य में बढ़ते अपराध के लिए कौन है जिम्मेदार : अविनाश वर्मा

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अविनाश कुमार वर्मा ने कहा कि बीते कुछ दिनों से कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा पलामू की पुलिस अधीक्षक श्रीमती रिश्मा रमेशन पर निरंतर आरोप लगाए जा रहे हैं, जो न केवल अनुचित बल्कि निंदनीय हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता अपने निजी कारणों को पार्टी का मुद्दा बनाकर जिला कांग्रेस को भ्रमित कर रहे हैं। यह आचरण सत्ताधारी गठबंधन के लिए शर्मनाक और असंगत है।

अविनाश वर्मा ने कहा कि यह पूरे पलामू जिले के लिए गर्व का विषय है कि आज यहां महिलाएं प्रशासन के अनेक महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत हैं — उपायुक्त, आरक्षी अधीक्षक, जिला परिषद अध्यक्ष, एसडीएम, समाज कल्याण पदाधिकारी, आपूर्ति पदाधिकारी सहित कई पदों पर महिला अधिकारी अपनी भूमिका सफलतापूर्वक निभा रही हैं।

उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा एक महिला पुलिस अधीक्षक पर अनावश्यक बयानबाजी करना दुर्भाग्यपूर्ण है, विशेषकर तब जब कांग्रेस ने ही पहली बार महिला नेत्री को जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है।

वर्मा ने बताया कि पलामू में पहली बार किसी सरकार ने महिला अधिकारी को आरक्षी अधीक्षक नियुक्त किया है। अपनी ईमानदारी, प्रतिबद्धता और कार्यकुशलता से श्रीमती रिश्मा रमसेन ने खुद को साबित किया है। लोकसभा और विधानसभा चुनावों को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए उन्हें महामहिम राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया — यह सम्मान पलामू जिले के इतिहास में पहली बार किसी एसपी को मिला है।

उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक ने जिले की परंपराओं और सामाजिक सौहार्द को बनाए रखते हुए होली, दिवाली और विशेषकर छठ महापर्व के आयोजन में प्रशासन और जनता के बीच भरोसे का पुल बनाया है, जो सराहनीय और अनुकरणीय है।

अविनाश वर्मा ने कांग्रेस नेताओं को सुझाव दिया कि यदि किसी प्रकार की शिकायत या असंतोष हो, तो उसे संवाद और सहयोग के माध्यम से हल किया जाना चाहिए, न कि सार्वजनिक आरोपों के जरिए।

उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि “जो लोग सत्ता में होते हैं और प्रभावशाली माने जाते हैं, वे सामान्यतः बयानबाजी नहीं, बल्कि कार्रवाई के माध्यम से अपनी बात रखते हैं। ट्रांसफर या पोस्टिंग के महीने का इंतजार करने से बेहतर है कि समस्याओं का समाधान ज़मीनी स्तर पर किया जाए।”

वर्मा ने यह भी स्वीकार किया कि जिले में कुछ आपराधिक घटनाएं हुई हैं, जिनकी वे कड़ी निंदा करते हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि अपराध की चुनौती सिर्फ पलामू तक सीमित नहीं है — पूरे झारखंड में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। राजधानी रांची में भी अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, ऐसे में कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि पूरे राज्य में बढ़ते अपराध के लिए जिम्मेदारी किसकी है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Featured News

रंजीत विश्वकर्मा मौत : परिजनों को न्याय मिले, हत्यारे की तत्काल गिरफ्तारी हो — भाकपा जिला सचिव रूचिर तिवारी