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साधन जी निस्वार्थ मानव सेवा के प्रतीक थे: हृदयानंद मिश्र


पलामू। झारखंड प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, झारखंड आंदोलनकारी एवं हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड के सदस्य हृदयानंद मिश्र ने प्रभास दास गुप्ता ‘साधन जी’ की पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि साधन जी ने मानव सेवा और बंगाली समाज के उत्थान को ही अपने जीवन का लक्ष्य बनाया। अविवाहित रहकर उन्होंने समाज के लिए जो योगदान दिया, वह पलामू के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।

मिश्र ने बताया कि साधन जी ने पलामू जिला मुख्यालय में वर्षों तक विभिन्न क्षेत्रों—विशेषकर हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र—से आने वाले मरीजों की सेवा को अपना धर्म मान लिया था। कई बार स्थिति ऐसी होती थी कि वे लगातार कई-कई रातें अस्पताल में ही रहकर रोगियों की देखभाल करते थे। मरीज के ठीक होने तक वे उसके पास से हटते नहीं थे और पूरी निष्ठा से सहायता करते थे।

उन्होंने यह भी कहा कि पलामू के बंगाली समाज को संगठित करने और उसके विकास में साधन जी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता।

अंत में मिश्र ने समाजसेवा से जुड़े लोगों से अपील की कि साधन जी के आदर्शों को अपनाकर ही निस्वार्थ सेवा की परंपरा को आगे बढ़ाया जा सकता है और समाज में सकारात्मक पहचान बनाई जा सकती है।

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