छापेमारी में अंचल अधिकारी सफी आलम और खनन निरीक्षक चंदन रविदास भी शामिल थे। जांच में बालू का डंप यार्ड करीब 200-300 मीटर क्षेत्र में फैला पाया गया। SDM संजय कुमार ने बालू के अवैध कारोबार में संगठित बालू माफिया के शामिल होने की बात कही और आम जनता से अपील की कि वे चोरी की बालू न खरीदें और अवैध खनन की सूचना प्रशासन को दें।
एसडीएम ने कहा कि यह केवल आर्थिक अपराध नहीं बल्कि पर्यावरणीय अपराध भी है। उन्होंने बताया कि बालू घाटों की नीलामी प्रक्रिया प्रगति पर है, जिससे जल्द ही बालू संकट दूर होने की उम्मीद है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जब्त बालू की निगरानी कड़ी से की जाए और संबंधित थाना प्रभारी को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।
संजय कुमार ने स्पष्ट किया कि शहरी और आसपास के इलाकों में इतनी बड़ी मात्रा में बालू का भंडार केवल संगठित माफिया के बढ़े हुए मनोबल का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आम लोग और ठेकेदार चोरी की बालू खरीदने से बचें, ताकि अवैध कारोबारियों का हौसला टूटे और कानून का राज कायम रहे।
इस कार्रवाई से जिले में अवैध बालू कारोबार पर प्रशासन की सख्ती और जिम्मेदार नागरिकों की सहभागिता का संदेश साफ तौर पर गया है ।

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