प्रशासन ने मौके पर लाल दागी लगाकर चिन्हित अतिक्रमण को हटाने की प्रक्रिया JCB मशीन की मदद से शुरू की। इस दौरान अवैध रूप से बनाई गई बाउंड्री दीवार को तोड़ दिया गया।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि रास्ते की भूमि पर बने अतिक्रमण के रूप में चिन्हित कमरे को आखिर क्यों नहीं हटाया गया? इस पर प्रशासन की कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया अब तक सामने नहीं आयी है।
स्थानीय जनता ने प्रशासन की इस आंशिक कार्रवाई की सराहना तो की है, लेकिन उन्होंने शेष बचे स्थायी अतिक्रमण को भी जल्द हटाने की मांग की है।
🔍 मुख्य बिंदु:
सार्वजनिक रास्ते पर अवैध कब्जा किया गया था।
JCB मशीन से बाउंड्री दीवार को तोड़ा गया।
चिन्हित कमरे को नहीं हटाया गया – बड़ा सवाल।
अंचलाधिकारी और पुलिस बल मौके पर मौजूद रहे।
स्थानीय जनता ने कार्रवाई की सराहना की लेकिन पूर्ण निष्पादन की मांग की।
निष्कर्ष: प्रशासन की कार्रवाई प्रशंसनीय है, पर अधूरी। जब तक चिन्हित रूम जैसे स्थायी निर्माण नहीं हटाए जाते, तब तक सरकारी ज़मीन की पूरी सुरक्षा अधूरी मानी जाएगी।
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